दमोह जिले की पुलिस पुलिस की छवि को कर रही है धूमिल
दमोह जिले की हटा तहसील के थाना प्रभारी मनीष मिश्रा पुलिस के नारे के विपरीत करते हैं कार्य उनका तो सीधा फंडा है गुंडे बदमाशों को शरण दो और सज्जनों को , आना आवश्यक परेशान करो और उनको डराओ धमकाओ जब जब तहसील हटा की पुलिस गुंडों बदमाशों लुटेरे को सज्जन और सज्जन संजय सिंह चौहान जो की 10 बर्ष से समाज सेवा कर रहे है को गुंडा बदनाम करने लगे तो आम आदमी का क्या होगा ऐसा ही मामला एक निकाल कर आया है
घटना
दमोह जिले के थाना हट्टा की मामला 22,11,2023 को , गेसावाद से , लंबे दिनों से शिकायतें मिल रही थी एक डाक्टर, काफी समय से गेसावाद में बगैर कोई डॉक्यूमेंट के अपना क्लीनिक चला रहा है और लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है इसी को चेक करने संजय सिंह चौहान राष्ट्रीय अध्यक्ष एंटी करेप्शन SDC गए थे जहां सुमन भौमिक नाम से बंगाली डॉक्टर लोगों का इलाज 20 बर्ष से कर रहा था डैक्यूमेंट पूंछे गए कुछ नहीं मिला इसके बाद वह संजय सिंह चौहान को रोकता रहा संजय सिंह और टीम नहीं रुकी वह रिश्वत देना चाहता था संजय सिंह ने कहा पहले दमोह जाकर CHMO के पास जाकर रजिस्ट्रेशन कराओ कागज देखने के लिए संजय सिंह चौहान ने बुंदेली रसोई बुलाया वह आया उस डॉक्टर ने गेसावाद में रिपोर्ट नहीं दी हटा पुलिस से सांठ गांठ करके पुलिस बुला ली और गाड़ी में ले गई रास्ते में मेरे बैग को चैक, किया गया जिसमें 50 हजार रुपए थे संजय सिंह चौहान दमोह जिले में 5 ब्लॉक में ऑफिस खोलने के लिए गए थे रुपए पुलिस ने छीन लिए और मोबाइल छीन लिया अश्लील गालियां दी और घर न किसी से बात करने दी , और ना ही वरिष्ठ अधिकारियों को फोन लगाने दिया मैंने कहा एसडीओपी महोदय से मेरी बात करवाई जाए तो उनका कहना था यहां पर मैं ही एसपी हूं मैं ही एसडीओपी हूं पूरे दिन पूंछ तांछ सभी पदाधिकारियों को थाने में पुलिस उठा लाई धमकियां दी और कार्ड जब्त कर लिए और टी आई से बस बात रात को करवाई टी आई मनीष मिश्रा ने कहा नंगा करके बंदी गृह में डाल दो और जान से मारने को कहा टी आई बोला अब लाश थाने से जायेगी या सीधे जेल चाय खाना नहीं दिया संजय सिंह चौहान ने अपने पैसे मगवा कर खाया रात को गंदे कपड़े में रात भर जागते रहे इस दौरान सुबह हो गई धूप में 20 मिनट निवेदन के बाद बैठने दिया फिर अपराधी की तरह जमीन पर बिठा दिया और जो भी निकलता था कहता था 420 का केश दर्ज कर देंगे और अश्लील गालियां देकर निकल जाता था बहुत दवाब बनाया फिर टी आई से मुंशी ने बाबू ने बात की उन्होंने एक लाख रुपए लेकर छोड़ा
क्या पुलिस को इतना अधिकार है की बिना कार्यवाही किए बिना घर जानकारी दिए फोन 2 दिन 1 रात जब्त कर सकती हैं और संजय सिंह चौहान को बिना कारवाही के रखने का अधिकार इसकी गवाह सीसी टीवी और वंदना अहिरवार हैं टी आई मनीष मिश्रा को है अत: कठोर कार्यवाही और मान हानि का केश दर्ज किया जाकर,अब माननीय न्यायालय पर ही भरोसा है , एक वरिष्ठ समाजसेवी के साथ अभद्रता की है इसका दंड उन्हें डीजीपी महोदय दें और राजनीति दबाव में में किया गया कार्य निंदनीय है इस प्रकार के पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात संजय सिंह चौहान ने की
मेरी तो बेज्जती हो गई अब मेरे पास जीने का कोई मकसद नहीं रहा मैं आत्महत्या करता हूं तो उसके जिम्मेदार केवल और केवल थाना प्रभारी मनीष मिश्रा होंगे और लड़ाई भी जारी है मुझे ठंड में तड़पाया मुझे ठंड लग गई पूरी रात ठंड में संजय सिंह चौहान तड़पता रहा मैं डीजीपी को पत्र लिखूंगा जरूरत पड़ी तो मैं खुद जाऊंगा मानव सेवा आयोग भोपाल को भी एक पत्र लिखूंगा संजय सिंह चौहान ने कहा की
गवाह
मेरा छोटा भाई पुस्पेंद्र सिंह चौहान है जो घर से पैसे लाया था एक लाख टी आई मनीष मिश्रा के इशारे पर लिए गए और छोड़ दिया गया