मामला अनुभाग बिजावर की ग्राम पंचायत शाहगंढ से सामने आया है, घटना
कल दिनांक 28 8 2023 की , बताई जा रही है सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह भ्रष्टाचार निवारण एवं सामाजिक विकास परिषद के, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हे बच्चों एवं गांव वालों से मिली जानकारी के अनुसार शासकीय हाई स्कूल शाहगढ़ देखने गया था बताया जा रहा था कि वहां पर बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है एवं बच्चों को 12:00 बजे से 3:30 बजे तक गेट के अंदर किए रहते हैं और , 3:30पर छोड़ देते हैं मध्यान भोजन के लिए इंटरवल देते हैं खाने के लिए और , साला प्रभारी द्वारा जो नए शिक्षक आए हैं उनसे भी , बच्चों की पढ़ाई नहीं करवा रहे हैं और अपने पास ही सभी मास्टरों को प्रिंसिपल परमानंद तिवारी द्वारा सब टीचरों को अपनी सेवा में लगा लिया जाता है और भ्रष्टाचार किया जा रहा है उन्हें डराया जाता है कि उनके फेवर में बयांन दें इसलिए कोई भी वहां का टीचर प्रिंसिपल के खिलाफ गवाही देने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन लुक चुपके सब बता देते हैं क्या यह शासन की योजनाओं का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं तो मौके पर संजय सिंह चौहान, जैसे ही वास्तविक स्थिति देखने के लिए, पहुंचे तो कार्यालय की तरफ देखा तो प्रिंसिपल मौजूद नहीं थे कहीं दीवाल के कोने में बात कर रहे होंगे शायद जैसे ही मेन गेट के अंदर एंट्री की तत्काल पीछे से कैमरा लेकर आए और सवाल जवाब करने लगे और बोलने लगे कि हमारी महिलाएं लड़कियां हैं, तुम आधे घंटे से फिर रहे हो आधे घंटे से मैं फिर रहा होता तो उनसे आधे घंटे का वीडियो मंगाई जाए हमें स्कूल के किसी भी कक्षा में बच्चों को देखने नहीं दिया गया एक ही कक्षा में हमने देखा और वीडियो बना लिया गया एवं हमने जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा हमारे साथ कई विधायक और मंत्री है और हम एक खुद बाहुबली हैं यहां हमारा ही शासन है हमारा ही प्रशासन है और हमने जिला शिक्षा अधिकारी को तीन लाख दिए हैं तब हम शाहगढ़ में परमानेंट रखे गए हैं तो हम तो ऐसा ही बैठेंगे और ज्यादा किया तो जान से मरवा दिए जाओगे और आपके ऊपर 376 का केस महिलाओं से लगवा देंगे पूरी , घटना घटित शासकीय हाई स्कूल शाहगढ़ की है, मजेदार बात तो यह है कि इनका ट्रांसफर यहां से हो चुका है यहां पर जगदीश प्रजापति का ट्रांसफर है लेकिन विभाग की मिली भगत से नाही परमानंद तिवारी शाहगढ़ छोड़ने को तैयार हैं न हीं उन्हें कोई शासन प्रशासन का डर है, इंटीरियर होने के करण यहां पर कोई उच्च अधिकारी भी नहीं आते समस्त कारवाइयां कागजों में हो जाती हैं , यही कारण है की बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है
इनका कहना है दोषी पाए जाने पर तत्काल कार्यवाही करूंगा आपने अवगत कराया इसके लिए धन्यवाद बीआरसी बिजावर