प्रदेश के 48000 स्थाई कर्मी एवं 30000 सुरक्षा श्रमिक अपनी मांगों को लेकर लामबद लोकसभा चुनाव के पहले मांगों का निराकरण को नहीं तो जनबहद करेंगे आंदोलन
दमोह / मध्य प्रदेश के विभिन्न विभागों में कार्यरत स्थाई कर्मी विभाग मांगों को लेकर एक बार फिर लामबंद हो गए हैं और उन्होंने अब सरकार से आर पार की लड़ाई लड़ने का फैसला कर लिया है संगठन के संरक्षक राकेश से हजारी एवं जिला अध्यक्ष संतोष शाह उर्फ बबलू ठाकुर का कहना है कि यदि सरकार ने लोकसभा चुनाव के पूर्व स्थाई कर्मचारियों की मांगों का निराकरण नहीं किया तो प्रदेश स्तर पर विशाल आंदोलन किया जाएगा जिसका नेतृत्व प्रदेश के संगठन प्रमुख श्री शारदा सिंह परिहार द्वारा किया जाएगा जिला अध्यक्ष बबलू ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2016 से शिवराज सरकार ने इन कर्मचारियों को स्थाई कर्मी का दर्जा दिया था तब से अब तक यह कर्मचारी अपने लिए नियमित कर्मचारियों के समान सात बा वेतनमान अनुकंपा नियुक्ति चिकित्सा सुविधा चिकित्सा आवश्यक और ट्रांसफर पॉलिसी की मांग करते आ रहे हैं लेकिन आज दिनांक तक प्रदेश सरकार ने आश्वासन के अलावा और कुछ भी नहीं दिया जिससे प्रदेश भर के 48000 से अधिक दैनिक वेतन भोगी स्थाईकर्मी सरकार ने नाराज चल रहे हैं एवं सुरक्षा श्रमिक 10 वर्षों से कार्य कर रहे हैं उनको नियमित किया जाए एवं माह का पूर्ण वेतन दिया जाए वरिता सूची का लाभ दिए जाएं संपूर्ण मध्य प्रदेश के सुरक्षा श्रमिक सरकार से काफी नाराज चल रहे हैं सभी सुविधा लोकसभा चुनाव के पूर्व निराकरण करें
मध्य प्रदेश स्थाई कर्मचारी एवं सुरक्षा श्रमिक श्रमिक संघ विगत दिनों कई कई आंदोलन धरना प्रदर्शन और ज्ञापन पत्र के माध्यम से अपनी मांगों को निराकरण की अपील कई बार सरकार से कर चुके हैं तथा अपना दुखड़ा सुना कर माननीय मुख्यमंत्री माननीय मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष कर्मचारी कल्याण संघ की समिति सहित कई विभाग यह मंत्रियों को अपने अधिकारियों की मांग कर चुके हैं लेकिन आश्वासन के अलावा प्रशासन ने इन कर्मचारियों की की ओर कोई ध्यान नहीं दिया और उनकी मांगे आज भी यथावत विराट बनी हुई है जिससे यह है कर्मचारी वर्ग सरकार से खफा एवं अत्यंत नारायण है अब सरकार को लोकसभा चुनाव में इन कर्मचारियों से अपना नुकसान होगा इतना पढ़ सकता है
दमोह ब्यूरो चीफ डॉ महेंद्र सिंह राजपूत की रिपोर्ट दमोह से