*विश्व पर्यावरण दिवस*
*पौधरोपण करने के साथ उनकी देखभाल भी करें
*एक पौधा, शुद्ध प्राण वायु, स्वस्थ जीवन*
*खोंप के फ्रूट फॉरेस्ट में ग्रामवासियों के साथ कलेक्टर ने किया पौधरोपण*
*2 वर्ष पूर्व बंजर जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर कलेक्टर के निर्देशन में फ्रूट फॉरेस्ट लगाया गया*
*आज हरा भरा हो गया फ्रूट फॉरेस्ट, महिलाओं को मिला आय स्त्रोत*
*जिलेभर के फ्रूट फोरेस्टों में 3.70 लाख पौधे दो वर्षों में लगाए गए*
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5 जून विश्व पर्यावरण दिवस प्रकृति को सहेजने और हरा भरा रखने का संदेश देता है। इसी संदेश को जन-जन तक पहुंचाने कलेक्टर छतरपुर संदीप जी.आर. ने छतरपुर जनपद के ग्राम खोंप के फ्रूट फॉरेस्ट में ग्रामवासियों के साथ पौधरोपण कर पर्यावरण को बचाने और शुद्ध प्राण वायु से स्वस्थ जीवन का संदेश दिया है। कलेक्टर श्री जी.आर. ने आम के पौधे को लगाया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्रीमती तपस्या परिहार, एसीईओ चंद्रसेन सिंह, जनपद सीईओ सहित अन्य अधिकारियों ने भी पौधरोपण किया। कलेक्टर श्री जी.आर. ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा फलदार (अमरूद, जामुन, आम, कटहल इत्यादि) एक पौधा जरूर लगाएं और उसकी देखभाल करें। कलेक्टर ने फ्रूट फॉरेस्ट का निरीक्षण करते हुए महिला स्वहायता समूह की महिलाओं को बेहतर तरीके से पेड़ों की देखभाल करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है की छतरपुर जिले के सभी जनपद क्षेत्र अंतर्गत कलेक्टर श्री जी.आर. के निर्देशन में शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराकर बड़े एरिया में फ्रूट फॉरेस्ट लगाकर 10 लाख पौधों को लगाने का लक्ष्य रखा गया था। अभी तक फ्रूट फोरेस्टों में 3.70 लाख पौधों को लगाया गया है और उनकी देखभाल की जा रही है। दो वर्ष पूर्व ग्राम खोंप की शासकीय बंजर जमीन को कलेक्टर के निर्देशन में 5 एकड़ जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। फिर फ्रूट फॉरेस्ट लगाया गया। महिला स्व सहायता समूह को फ्रूट फॉरेस्ट के संचालन को जिम्मेदारी दी गई। आज महिलाओं के लिए फ्रूट फॉरेस्ट आय का जरिया बना है। महिलाओं द्वारा इसमें सब्जियों का भी उत्पादन किया जाता है। साथ ही पौधों में खाद डालने के लिए खाद का निर्माण किया जाता है।