दमोह,/हटा मडियादो तिगरा गांव की भूमि अति पावन और पवित्र है, यह धार्मिक महात्म्य से जुड़ा गांव है । तिगरा और आसपास के क्षेत्र में बाबा प्रेमदास प्यारे जू की कृपा सदैव बरसती है । बाबा की कृपा और आशीर्वाद से क्षेत्रवासी सदैव खुशहाल रहते है उक्त उद्गार पंडित गणेश प्रसाद प्यासी ने व्यास पीठ से बाबा प्रेमदास जी मन्दिर परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दौरान व्यक्त किए।
कथाचार्य प्यासी ने श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति को दस अपराधों से बचना चाहिए इन दस अपराधों में बताया गया कि आप
संतो की निंदा न करें, गुरु की निंदा न करे,आज्ञा पालन करे
भगवान के नामों में भेद न करे,वेद पुराणों कथा की निंदा न करे, न ही जीवन मे भूलकर सत्संग का अभिमान करे,
विश्वास बिना माने मंत्र जप न करे
और जीवन मे अपने आप को जंहा पर सफलता न मिले उस रास्ते पर न चले।
कहा कि एक हजार हरि नाम लिए बिना किया गया भोजन कृमि के समान है। आप हजार बार नही तो सौ बार,या सिर्फ सात बार गोविंद नाम लेकर भोजन ग्रहण करेंगे तो वह प्रसादी बन जायेगी।
चुल्हे पर बनते रोटी कहलाती,थाली में जाती तो भोजन बोला जाता,लेकिन जब यह चुल्हे की रोटी, थाली में मन्दिर जाती तो महाप्रसादी बन जाती इसलिए बिना हरि और गोविंद नाम के भोजन नही करना चाहिए।
पण्डित गणेश प्रसाद प्यासी ने कथा के सातवें दिन श्रीकृष्ण-सुदामा जी के चरित्र के कई प्रसंग का वर्णन किया
संवाददाता भारती अहिरवार