पंचायत सचिवों से व्यक्तिगत वार्ता से मिली जानकारी जनपद सीईओ की छवि को सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा धूमिल
छतरपुर। बड़ामलहरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत की खबरें इन दिनों काफी सुर्खियों में है क्योंकि जितना समाचार पत्रों में लेख किया जा रहा है ठीक उसी प्रकार हालत देखने को नहीं मिल रहे है समाचार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले के बड़ामलहरा जनपद सीईओ द्वारा जनपद बड़ा मलहरा में मनरेगा गाइडलाइंस का पालन नियम अनुसार करवा रहे हैं जनपद में नाली चेक डैम अन्य कट आदि निर्माण काम जिनका अनुपात 60:40 में नहीं आता ऐसी निर्माण कार्यों पर जनपद में स्वीकृति हेतु रोक लगाए हुए हैं ऐसी स्थिति में जनपद के दलाल भयभीत है और यह पत्रकारों को पैसा देकर के जनपद सीईओ के विरोध में फर्जी एवं आधारहीन कहानी रोज समाचार पत्रों में छाप रहे हैं जनपद सीईओ द्वारा बताया गया कि गाइडलाइन से हटकर कोई भी काम नहीं होगा चाहे कोई कुछ भी कर ले जिसे जो छापना है छापे मैं किसी से किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार से संबंधित बात ना तो करता हूं ना ही सुनता हूं जनपद के सरपंच एवं सचिवों द्वारा बताया गया कि जब से जनपद सीईओ जनपद में आए हैं तब से नियम एवं गाइडलाइन से हटकर कोई भी काम स्वीकृत नहीं हुए हैं ना ही जनपद में मनरेगा के कामों में मशीनों का उपयोग किया जा रहा है मजदूरों से ही काम करवाया जाता है रोजगार गारंटी परिषद के नियम अनुसार जहां पर मशीनों की शिकायतें आएंगे ऐसी में एजेंसी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी जनपद की इंजीनियर एवं सहायक यंत्री कि यह जवाबदारी है कि जनपद की प्रत्येक पंचायत का निरीक्षण करें एवं जानकारी जनपद सीईओ तक भेजें यदि कहीं भी किसी भी प्रकार की अनियमितता है या काम में कमी है तो उसको दुरुस्त करवा कर कर ही मूल्यांकन दर्ज करें मध्य प्रदेश रोजगार गारंटी के आयुक्त कार्यालय द्वारा बताया गया कि मनरेगा में गाइडलाइन एवं अनुपात से बाहर कोई भी काम स्वीकृत नहीं किए जाएंगे एवं मनरेगा में मशीन से कार्य करवाना पूर्णत वर्जित है ऐसी स्थिति में जनपद के सीईओ को कार्रवाई करने की पूरे अधिकार हैं जिला पंचायत के जिला सीईओ जनपद से मिलने वाली फीडबैक एवं शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं यदि रोजगार गारंटी कार्यालय को ऐसी शिकायत प्राप्त होती है तो परिषद से भी कार्रवाई की जाएगी किसी भी कीमत पर 5 से अधिक काम किसी भी पंचायत में स्वीकृत नहीं किए जाएंगे इसी प्रकार प्रमुख सचिव पंचायती एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बताया गया कि हमारे यहां कर्मचारियों एवं अधिकारियों की सख्त कमी है ऐसी स्थिति में जनपद सीईओ के 110 पद खाली हैं व्यवस्था बनाने के लिए एक जनपद सीईओ को दूसरी जनपद का प्रभा र दिया जाता है छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा जनपद में एक काम को दो योजना से स्वीकृत करने की एवं भ्रष्टाचार की शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें कार्रवाई के लिए छतरपुर के लिए लिखा गया है बाउंड्री वॉल एवं नाली निर्माण मनरेगा एवं राज वित्त आयोग दोनों से स्वीकृत कार्य रशि आहरण नहीं किया सकती