*भगवॉं में बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले चल रहे कोचिग सेंटर।*
*संस्थानों में नही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम*
भगवॉं || भगवॉं कस्बे में अवैध तरीके से चल रहें कोचिंग संस्थान की संख्या मैं इन दिनों बाढ़ सी आ गई है भगवॉं कस्बे में लगभग एक दर्जन से ज्यादा कोचिंग सेंटरों की भरमार है। बिना पंजियन के ही भगवा में कोचिंग सेंटर संचालित किए जा रहे हैं कई बार शिकायते होने के बाबजूद भी विभागीय अधिकारी मौन साधे हुए हैं। इन कोचिंग सेंटरों के पास पंजीकरण है या नहीं पूछने वाला कोई नहीं है।
गली मोहल्लों में चल रहे है जिसके कारण किसी हादसे के समय बचाव दल और फायर बिग्रेड के वाहन पहुंच सकने की संभावना नहीं है कोचिंग संस्थान चलाने के लिए शिक्षा विभाग से पंजीकरण कराना अनिवार्य है। एक बार में तीन साल के लिए पंजीयन होता है लेकिन यहां किसी भी प्रकार के पंजीयन के दर्जनों कोचिंग सेंटर संचालित है
।। मनमानी फीस वसूलने पर कोचिंग सेंटर संचालक उतारू ।।
बिना पंजीकरण किए ही एक दर्जन से अधिक कोचिंग संस्थान चल रहे हैं। पर जिम्मेदार विभाग के अधिकारी कार्यवाही करने की बजाय मौन है। विभाग सिर्फ आए आवेदन पर पंजीयन कार्य करने तक ही सीमित है। जबकि सभी कोचिंग संस्थानों का भौतिक सत्यापन होना आवश्यक है भगवा नगर मैं संचालित कोचिंग सेंटरो के छात्र छात्राओं ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया है की कक्षा 10 से लेकर कक्षा 12 के प्रत्येक छात्र से 1 सत्र के लगभग 25 हजार रुपए वसूले जाते है
*किसी भी कोचिंग सेंटर में नही है ,सुरक्षा के कोई प्रावधान।*
सुरक्षा के मानकों पर खरे नही उतर रहे नगर के कोचिग संस्थान कई हादसे के बाद भी कोई सबक नहीं ले रहे हैं। गांव के अंदर चलने वाले एक दर्जन से ज्यादा कोचिग संस्थानों में बच्चों के लिए कोई सुरक्षा का इंतजाम नहीं है। संस्थानों के द्वारा अपनी मर्जी से नगर भर में खूब प्रचार-प्रसार करके लोक-लुभावन वादों के द्वारा बच्चों को अपनी ओर आकर्षित किया जाता है। सुरक्षा के लिहाज से किसी भी कोचिंग सेंटर पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं दिखाई देता है। इतना ही नहीं कुछ कोचिग सेंटर तीसरे व दूसरे मंजिल पर स्थापित हैं, जहां तक पहुंचने में संकरी सीढ़ी का सहारा लेना पड़ता है। ऐसे कोचिंग सेंटरों में आग बुझाने का कोई इंतजाम नहीं है। सुरक्षाव्यवस्था अति दयनीय है। इन कोचिग में 3-4 शिफ्ट में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया जाता है, जिसमें 100 से 60 बच्चे तक शामिल होते हैं। लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं किया गया है। संवेदना को देखा तो कुछ कोचिग संस्थान तो छोटे से कमरे में ही बच्चों को पढ़ाने लगे हैं। उसमें न पीने के पानी की व्यवस्था है और न आग बुझाने का यंत्र। किसी प्रकार का हादसा होने पर पूरा मकान एक झटके में ही राख हो जाएगा। इसके अलावा कुछ कोचिंग संस्थान तो गली के इतने अंदर हैं कि अग्निशमन की गाड़ी आने के बाद भी उनतक नहीं पहुंच सकती है न ही छात्र छात्राओं की सुरक्षा के लिए सी सी टीवी केमरो का उपयोग किया जाता है न ही सेकडो की तादात मैं आने वाले छात्र छात्राओं के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था है जिससे आए दिन नगर मैं जाम की स्थिति पैदा होती है
*दो मंजिली इमारत में चल रहा कोचिंग, जहां नहीं हो रहा सुरक्षा मानकों का पालन।*
संस्थानों में नहीं लगा है फायर सेफ्टी सिस्टम, मानकों का नहीं हो रहा पालन यहां खुलेआम आपदा मानक की धज्जियां उड़ाई जा रही है। कहीं ऊंची इमारतों तो झोपड़ी सहित संकरी गली में ऐसे संस्थान का संचालन किया जा रहा है। इन जगहों पर फायर सेफ्टी के कार्बन डाइऑक्साइड गैस के सिलेंडर तक नहीं हैं, वहीं संभावित आपदा होने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी द्वारा पानी डालने लायक जगह भी इनमें नहीं है।
*विगत दिनों पहले जैन ट्यूटोरियल कोचिंग संस्थान में हुआ था बड़ा हादसा*
सूत्रों के मुताबिक विगत दिनों पहले भगवॉं नगर के जैन ट्यूटोरियल कोचिंग संस्थान भवन के अंदर हुआ था विस्फोटक धमाका
सूत्रों से मिली जनकारी के मुताबिक धमाके के बाद भगवॉं थाना पुलिस दल बल के साथ पहुंची थी।
कोचिंग संचालक पुनीत जैन के राजनेतिक रशुख के कारण नही हुई कार्यवाही जब इस संबंध मैं भगवा थाना प्रभारी रामस्वरूप उपाध्याय में बात की तो उन्होंने बताया की कोचिंग के बच्चो के द्वारा वहां विस्फोटक सामग्री (सुतली बम)से धमाका किया गया है बच्चो को ऐसा कार्य न किए जाने की समझाइश एवं कोचिंग संस्थान को हिदायत दी गई।
इनका कहना है
आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई मामले की जांच करवाकर कार्यवाही की जायेगी ।।
।।संदीप जी आर कलेक्टर छतरपुर ।।
आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई हैं में तत्काल जांच करवाता हूं जांच उपरांत कार्यवाही की जायेगी
।। प्रशांत अग्रवाल एस डी एम बड़ा मलहरा।।
रिपोर्टर भगवा की रिपोर्ट