दमोह / मध्यप्रदेश इको पर्यटन विकास बोर्ड व वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के सिंगौरगढ़ में किया गया। कार्यक्रम कलेक्टर मयंक अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी, वन मंडल अधिकारी महेंद्र सिंह उइके, भाव सिंह लोधी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर बी.एल. रोहित द्वारा शासकीय महाविद्यालय जबेरा एवं के.एन. कॉलेज दमोह के छात्र-छात्राओं को पर्यावरण की जानकारी देकर वनों से परिचय कराया गया तथा पर्यावरण संक्षरण के उपाय बतलाए।
कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने कहा वनों को संरक्षित करे, उन्होंने कहा पारिस्थितिकी तंत्र में शेर नहीं होंगे तो हो सकता है घास चरने वाले जानवर बढ़ जायेंगे, जिससे हो सकता है घास खत्म हो जायें, फिर भी वो मर जायेंगे। यदि घास चरने वाले जानवर न रहे तो शेर मर जायेंगे। शेर यदि जिंदा है तो इसका मतलब है कि चीजें अभी संतुलित है, यह एक इंडीकेटर है। इसलिये टाईगर रिजर्व अपने यहां बन रहा है। उन्होंने कहा हम सभी को अपनी तरफ से यही प्रयास करना चाहिए कि कैसे प्रकृति को बचायेंगे। वन मंडल अधिकारी महेंद्र सिंह उईके ने टाइगर रिजर्व के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी ने कहा किताबों में तो हम प्रकृति के बारे मे पढ़ते ही है, किताबों में पढ़ना और प्रेक्टिकली उसे देखने में बहुत ज्यादा अंतर होता है, आज आप सभी ने प्रेक्टिकली इन सभी चीजों को देखा है, जिससे हम प्रकृति को बहुत अच्छे से समझ रहे होंगे। जिला पंचायत सदस्य रजनी ठाकुर, मोंटू बाजपेई ने भी वनों को अध्यात्म से जोड़ते हुए बच्चो को पर्यावरण के प्रीति जागरूक किया।
ब्यूरो चीफ डॉ महेंद्र सिंह
राजपूत की रिपोर्ट दमोह से