पन्ना व्यूरो
पन्ना जिले में शासकीय स्कूलों कि शिक्षा व्यवस्था सुखियों में वनी, हाल यह है कि जिले में शिक्षा विभाग की स्थिति इन दिनों बदतर है। शासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की मनमानी पूर्ण रवैया से विद्यालय मनमाने ढंग से संचालित हो रहे हैं। जिससे शिक्षा व्यवस्था चरमरा उठी है। हाल यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक ऐसे पदस्थ हैं जिनका खामियाजा छात्र छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। कभी समय पर आना-जाना नहीं होता है स्कूल में ताला लगा होने पर जिससे छात्रों को मैदान में ही घुमाना पड़ता है । जिला शिक्षा अधिकारी एस,बी, मिश्रा जब से पदस्थ हुए हैं पुरे जिले कि शैक्षणिक व्यवस्था चरमरा उठी है। क्योंकि इनका शिक्षक पर कोई दबाव नहीं है। और न ही वह स्वयं निरीक्षण करते। केवल शिक्षको को समय-समय पर नोटिस देकर वसूली अभियान में शामिल रेहते है जिससे लापरवाह शिक्षक लगातार विद्यालयों से अनुपस्थित रहते हैं, स्थिति यह है कि जिले में शासकीय स्कूलों में मनमानी पूर्ण रवैया से विद्यालय में ताला लटका देखा जा सकता है। ताज़ा समाचार में इसी प्रकार का मामला सामने आया कि झरकुआ संकुल अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य प्राथमिक शाला पाठा का प्रकाश में आया है जहां पर विगत दिवस जनवरी 2024 को शिक्षक गायब विधालय में ताला लटका रहा है। तथा स्कूल आये छात्र छात्रों वापिस अपने घर चले गए। क्योंकि विधालय में कोई भी शिक्षक उपस्थित नहीं रहा। इस संबंध में जानकारी में लोगों ने कहा कि यहां पर शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। शिक्षक ऐसे पदस्थ हैं जो स्कूल में बच्चों का भविष्य अंधकारमय किये। लोगों ने कहा कि ऐसे शिक्षको पर कार्यवाही करने की मांग प्रशासन से कि है। जिले कि शैक्षणिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी मनमानी कर्ण पर नकेल कसने में मैन हैं। जिला में अधिकांश शासकीय स्कूलों में मनमानी पूर्ण रवैया है। गौरतलब है कि जिले में शासकीय स्कूलों में मनमानी पूर्ण रवैया अपनाया शिक्षको पर कार्यवाही प्रशासन कड़ी चेतावनी देते हुए करें । सरकार स्कूलों पर लाखों रुपए खर्च करती हैं फिर भी जिम्मेदार अधिकारी शिक्षा व्यवस्था को चुस्त रखने में नाकाम है। इतना ही नहीं सरकार शिक्षको को अच्छी खासी वेतन दे रही है फिर भी मनमानी कर रहे हैं शिक्षक। ऐसे शिक्षको पर कार्यवाही करने हेतु ग्राम कि जनता प्रशासन से कार्यवाही की मांग करती है।
* सो रहे अधिकारी,
चल रहे स्कूल *
मजे की बात तो यह है कि स्कूल बिना किसी अवकाश के बंद होने का पता स्थानीय लोगों को पता चला तो इसकी सूचना तहसीलदार अमानगंज को एवं संबंधित विभाग को दी गई जहां मौके पर पहुंची टीम ने कार्यवाही, पंचनामा बनाकर संबंधित विभाग को देने को कहा, यह है शिक्षा व्यवस्था।