मध्य प्रदेश के दमोह जिले के थाना हटा का मामला जहां थाना प्रभारी मनीष मिश्रा खुद को समझते हैं न्यायधीश चलाते हैं है अपने मन का कानून न सरकार का डर न प्रशासन का डर न मानव अधिकार आयोग महिला अधिकार आयोग का

हटा , बीतें दिनों 22 नवंबर 2023 को शाम को सूचना मिली कि सुमन भौमिक के नाम से एक क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है जिस में पिता विस्व जीत पिता पुत्र एलोपैथी का इलाज कर रहे हैं जब अन्वी न्यूज के संपादक अपनी टीम के साथ पहुंचे तो सुमन भौमिक इंजेक्शन और बाटर चढ़ा कर इलाज कर रहे थे यह मोबाइल में वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली गई पुंछ ताछ करने पर कोई डैक्यूमेंट नहीं मिलें डॉक्टर ने रोका पर टीम निकल आई डॉक्टर रिश्वत देकर मामला रफा दफा करना चाहता था डॉक्टर ने काल किया हम मिलना चाहते हैं डॉक्टर का थाना गेसावाद लगता हैं परंतु हटा पुलिस की साठ गांठ से डॉक्टर ने सेटिंग करके की इस से पहले यह दमोह CHMO के पास शिकायत दर्ज करें हम पुलिस को पैसे देकर झूंटी रिपोर्ट दे दें पुलिस ने 11 बजे बुंदेली रसोई से वंदना अहिरवार और संजय सिंह चौहान को गाड़ी में बैठाकर रास्ते में सुमन लाल पटेल साब ने 50 हजार रुपए बैग से निकाल लिए बैग में एंटी करेप्शन के कार्ड पड़े थे तो उन्होंने उसी कार्ड से संबंधित सभी को थाने में मनीष मिश्रा के कहने पर उठा लिया मोबाइल जब्त कर लिए पासवर्ड बिना मर्जी मांग लिया डॉक्टर के कहने पर सारे सबूत सुंदर लाल सुमन और पटेल साब ने डिलीट कर दिए गए हैं ना हो परिवार वालों को जानकारी दी खाना नहीं दिया अपराधी की तरह ब्योहार किया और मनीष मिश्रा ने फोन पर दुसरे के कहां की थाने से लाश जायेंगी संजय सिंह की या सीधा 420 में जेल 2 दिन 1 रात थाने में बिना किसी कार्यवाही के रखा एक लाख रुपए सुंदर लाल सुमन और पटेल साब ने लिए और टी आई मनीष मिश्रा से बात करके घर जाने दिया क्या यही है पुलिस प्रशासन एनजीओ को फर्जी कहा बहुत बदनाम किया पूरे समाज में क्या मध्य प्रदेश सरकार केंद्र सरकार इस मामले को संज्ञान में लेगी और मनीष मिश्रा पर कार्यवाही करके कठोर करावास की सजा देगी
रिपोर्टर दमोह की स्पेशल खबर

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Author: anvinews

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