गोवर्धन पर्वत पर गोबर से बनी भगवान गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की गई, जो गौ संरक्षण और प्रकृति के प्रति हमारी श्रद्धा को दर्शाता है। पहले दिन हमने गणेश जी का शृंगार आंवले की पत्तियों से किया, जो धार्मिक और औषधीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं। आंवला शरीर को शीतलता प्रदान करता है और मन को शांति देता है, साथ ही वातावरण को भी शुद्ध करता है। यह अनोखा उत्सव पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी और प्रकृति से सामंजस्य स्थापित करने का एक सुंदर संदेश है। पटेरा तहसील से पत्रकार राजेन्द्र बडगैया की रिपोर्ट