बदहाल शिक्षा की गवाह स्कूल देते, जिम्मेदार अधिकारी मौन,
पन्ना व्यूरो एम, एम, शर्मा
पन्ना जिले में शासकीय स्कूलों में मनमानी पूर्ण रवैया से फिर भी जिम्मेदार अधिकारी मौन है। जिले में शासकीय स्कूलों सहित आंगनबाड़ियों का हाल बुरा है। ऐसा नहीं है कि इन विधावयऔ की वस्तु स्थिति से अमले के जिम्मेदार अधिकारी अवगत नहीं है। लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था की नियमावली और दबाव के चलते कार्यवाही करने से कन्नी काटते हैं। कुछ यही हाल जिले के ग्रामीण अंचलों में स्कूलो का हाल है । जहां अतिथि शिक्षक के भरोसे स्कूल संचालित हो रहे हैं।
हाल यह है कि समय पर आना-जाना शिक्षकों मनमाना हैं।
* मनमानी जगह पर
पदस्थ शिक्षक, *
बहुत से ऐसे स्कूल है जहां पर कम छात्र संख्या होने की वजह एक या दो शिक्षकों से काम चलाया जा सकता है। लेकिन वहां पर चार-चार शिक्षक पदस्थ हैं, इतना ही नहीं , जहां शिक्षकों का अभाव है वहां शिक्षक नहीं है, जिले में शासकीय स्कूलों में मनमानी जगह पर बहुत से शिक्षक ऐसे पदस्थ हैं। जो स्कूल सहित घर एवं खेती बाड़ी का कार्य करते हैं। खुशामत दार बहुत से शिक्षक कार्यालय में अटैच है। जिनका खामियाजा छात्र छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। जिससे शिक्षा व्यवस्था बदहाली पर जा रही है फिर भी जिम्मेदार अधिकारी मनमानी कर्ण को रोकने में कार्यरत कर्मचारियों पर कार्यवाही नहीं करते हैं ।
गौरतलब है कि इस मामले में उच्च अधिकारियों को कार्यवाही करनी चाहिए। नहीं तो मनमानी पर अंकुश नहीं लग तो सरकार के सामने बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर शिक्षा व्यवस्था पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे फिर भी जिम्मेदार अधिकारी मौन है बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। यह एक विचारणीय प्रश्न है।
ब्यूरो चीफ पन्ना
एम एम शर्मा