बच्चों का भविष्य खतरे में,समय पर स्कूल नहीं पहुंच रहे शिक्षक
भले ही शासन प्रशासन शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े बड़े दावे कर रही हो और शिक्षा पर प्रतिवर्ष लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रही हो परन्तु जमीनी स्तर पर सच्चाई कुछ और ही है,ग्रामीण अंचलों के स्कूल शासन प्रशासन के दावों की पोल खोल रहे है!
दरअसल जनपद शिक्षा केंद्र हटा के ग्राम दिगी के एकीकृत माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंच रहे है,जिससे बच्चों को स्कूल के बाहर खड़ा होकर शिक्षकों का इंतजार करना पड़ता है परन्तु शिक्षक अपनी मनमाने समय पर ही स्कूल पहुंचते है जब इस संबंध में बच्चों से पूछा तो बच्चों ने बताया कि हमारा स्कूल कभी भी समय पर नहीं खुलता,न ही शिक्षक कभी समय पर आते है 11या 11.30 के बाद ही शिक्षक स्कूल आते है जिससे हमारी पढ़ाई पर असर पड़ता है!
जब इस संबंध में स्थानीय ग्रामीणों से बात की तो उन्होंने शिक्षकों पर मनमर्जी का आरोप लगाते हुए कहा कि आए दिन बच्चे स्कूल में झाड़ू लगाते है,कभी भी समय पर स्कूल नहीं खुलता और समय से पहले बंद कर दिया जाता है जिस कारण बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है जिससे स्पष्ट होता है कि विद्यालय में पदस्थ शिक्षक शासन की मंशा पर पानी फेर रहे है!
